Tuesday, 4 June 2024

इंसान बने रहो

मैं परेशां रहा
क्या हुआ
कुछ खास नहीं 
सब यथावत 
तब ??
उसने क्या किया 
वैसा क्यों किया
करना नहीं था 
यह अच्छी बात नहीं है
यह सब सोच सोच
आपका अच्छा पन परेशान 
खुश नहीं हो पाते 
गुण देखों अपने
अवगुण मत देखों औरों के 
और से क्या लेना- देना
हमारा कर्म हमारे साथ
उसका कर्म उसके साथ
फल हमको हमारे कर्म का 
उसको उसके कर्म का 
आप जज मत बनों 
भगवान भी मत बनो 
इंसान बने रहो 

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