एक बार लग गया तो लग गया
कितना भी साबुन - डिटर्जेंट रगड़ो
जल्दी नहीं छूटता
छुट भी गया तो कुछ तो निशान रह ही जाता है
वहाँ का रंग थोड़ा फीका सा हो जाता है
धोते - धोते छुट ही जाता है
समय लग जाता है
निशान याद भी नहीं रहता
दाग कपड़े पर हो या चरित्र पर हो
बहुत संभालना पड़ता है
अन्यथा उसे बड़ा बनते देर नहीं लगती
दाग तो दाग ही है
वह कपड़े पर चाय का हो
या चरित्र पर हो