नमाज सडक पर
आरती सड़क पर
कहीं भी भगवान को स्थापित
फिर वह अल्ला ,ईश्वर या येशु मसीह
सडक की दिवार पर भी
फिर शुरू पूजा -पाठ का दौर
भीड़भाड़ बढ़नी.शुरू
सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ना
त्योहार पर जोरदार कानफोडू भजन
किसी की तकलीफ की परवाह नहीं
भगवान का भी विग्यापन
एम्बुलेंस रूकी हुई
किसी की जान जा रही
परीक्षा मे देर हो रही
दफ्तर मे भी
गाड़ी छूट रही
हमें क्या ???
हम तो वही करेंगे जो मन करेगा
किसी. के बाप की सड़क नहीं
ईश्वर ने सब बनाया है
सरकार कौन होती है टांग अड़ाने वाली
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