Friday, 18 May 2018

पेन (दर्द) की कहानी पेन (कलम) से

दर्द बया करना
दिल का दर्द किसके सामने
कौन सुनेगा
सुनकर समझेगा
सबके सामने दर्द उजागर करना
दया का पात्र बनना
लगता कोई गुनाह कर दिया
इससे तो अच्छी हमारी कलम यानि पेन
पेन से पेन यानि दर्द को दूर
यही सबसे अच्छा साथी
मन की भावनाएं कागज पर उतार दो
मौन रहकर सब समझ लेगा
एकांत मे साथी
आह निकलती है
तो वह कविता बनती है
यह दर्द किसका है समझा नहीं जा सकता
हर किसी को अपना लगता
कोई आह भरेगा
किसी की आँखों मे आँसू
कोई व्यथित , कोई दुखी
सब दर्द मे सराबोर
व्यक्ति निष्ठ न होकर समष्टि निष्ठ
दर्द को कागज पर उकेरिए
पेन(कलम) से पेन (दर्द ) को दूर करें

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