सब मुझे दोष देते हैं
मेरी वजह से शहर डूब रहा है
मुझ पर बंदी
उपयोग पर.जुर्माना
पर जरा अपने गिरेबान मे देखे
क्या आप लोगों ने अति नहीं की
कुछ चीजों की बात तो ठीक है
पर हर वक्त
दो रुपए का सामान ले तब भी
यहाँ-वहाँ सब जगह
यह भी तो ज्यादितीय है
मनुष्य की फितरत है अतिरेक की
जहाँ काम चल सकता है वहाँ भी
मैं तो कितना उपयोगी हूँ
सबके जीवन को आसान बना दिया
मै न खराब होता हूँ
न कीडे लगते हैं
सस्ता और टिकाऊ
किसी भी रूप मे ढाल लो
गरीब की तालपत्री से लेकर अमीरों की कुर्सी तक
अब मुझे भी बदनाम कर दिया
गंदगी और जलभराव मेरे माथे
पर यह तो आपको सोचना होगा
सरकार के निर्देश का पालन करें
मेरा इस्तेमाल करें
पर जीवन पर खतरे के साथ नहीं
जहाँ मेरे बिना काम चल सकता हो
सब्जी कपडों की थैली मे आ सकती है
चाय काँच और कुल्हड़ मे
दूध -दही बर्तन में
चम्मच ,डब्बे दूसरी धातु की
आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें
होटल का खाना या जन्मदिन की पार्टी
उसका मजा.जरूर ले
पर वहाँ. मेरी क्या जरुरत
आप केवल मुझे कुछ समय उपयोग कर
फेकने के लिए मत इस्तेमाल करें
बल्कि अपनी जरूरत के हिसाब से
तभी मैं आपके साथ रह पाऊँगा
पर्यावरण बचाने की जिम्मेदारी आपकी है
उससे भागिए मत
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