सेना हमारी शान
सेना हमारा सम्मान
सेना हमारा अभिमान
सीमा पर डटे हुए सेना को सलाम
हमारे कर्णधार हैं ये
देश की बागडोर को थामे ये
दिन - रात प्रहरी बने
आंधी ,तूफान ,झंझावात को सहते
बर्फीले पहाड़ों मे भी रहकर लड़ने का जज्बा
रेत के पहाड़ और तपती गर्मी का सामना
यह बस है सेना के वश
सीमा पर डटे हुए सेना को सलाम
दूश्मन को मुंहतोड़ जवाब देना
चप्पे चप्पे पर चौकन्ना रहना
गोली खाने को तैयार रहना
जान हथेली पर लेकर चलना
घर - द्वार से दूर
अपनों से दूर
बस देश से प्रेम
सब एक तरफ और देशभक्ति एक तरफ
सबसे ऊपर हमारा देश
यही है एक सैनिक का भाव
सीमा पर डटे हुए सेना को सलाम
हम घर मे बैठे सुरक्षित
क्योंकि हमारे रखवाले है मजबूत
हम मोबाइल पर देखते हैं दृश्य
वे दूरबीन लगाए देखते दूश्मनों का घात
हम झंडा फहराते हैं शान से
वे झंडे की रखवाली करते जी जान से
सीमा पर डटे हुए सेना को सलाम ।
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
No comments:
Post a Comment