स्वस्त ,मस्त
वह है हमारी बेस्ट
यानि मुंबईकर की बस
लौट आए वह दिन
जब बेस्ट ही थी बेस्ट
अब वह भी बन गई है
बेस्टसेलर
ग्राहकों को लुभा रही है
ठंडी ए सी की सैर करवा रही है
किराया कम कर तो उसने जी खुश कर दिया
अब ऑटो और टैक्सी के नखरे नहीं चलेंगे
पांच रूपये किराया
और क्या चाहिए
आराम से अपनी बेस्ट में सफर करें
अपनी यात्रा को सफल बनाए
बेस्ट से बेहतर कुछ नहीं
स्वस्त और मस्त
यह है हमारी बेस्ट
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