सब कुछ बदल गया
सब लोग बदल गए
सब रिश्ते बदल गए
बस नहीं बदली
एक शख्स
वह है माँ
आज भी उसकी ऑखों में वही ममता
वही चिंता
वही आशीर्वाद
वही प्यार भरा हाथ
सब बदल जाता है
समय की धारा में
बस माँ का प्यार चट्टान की तरह अविचल
उस पर किसी का प्रभाव नहीं
मौसम आए या जाए
बचपन हो या जवानी
या फिर हो अधेडावस्था
माँ की छत्रछाया है जिस पर
वह तो है भाग्य का बली
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