Monday, 12 August 2019

भाग्य का बली

सब कुछ बदल गया
सब लोग बदल गए
सब रिश्ते बदल गए
बस नहीं बदली
एक शख्स
वह है माँ
आज भी उसकी ऑखों में वही ममता
वही चिंता
वही आशीर्वाद
वही प्यार भरा हाथ
सब बदल जाता है
समय की धारा में
बस माँ का प्यार चट्टान की तरह अविचल
उस पर किसी का प्रभाव नहीं
मौसम आए या जाए
बचपन हो या जवानी
या फिर हो अधेडावस्था
माँ की छत्रछाया है जिस पर
वह तो है भाग्य का बली

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