किसी ने नीचा दिखाया
तो हम छोटे हो गए
किसी ने ताना मारा
तो हम छोटे हो गए
किसी ने गाली दी
तो हम छोटे हो गए
किसी ने अपमान किया
तो हम छोटे हो गए
तब हम बडे ही कहाँ हुए
हमारी तो सोच ही छोटी रह गई
क्यों नहीं उससे ऊपर उठ गए
जिसने भी यह सब किया है
छोटा तो वह है
अपनी आदतों से
अपनी मानसिकता से
अपने विचारो से
अपनी वाणी से
आप क्यों प्रभावित हो रहे हैं
उसके छोटेपन से
संसार में पग पग पर ऐसे लोगों का डेरा है
जिनके छोटेपन ने आपको घेरा है
उनका कर्म उनके साथ ही रहने दे
उनका हिसाब करने वाला ऊपर बैठा है
वह देख रहा है
कहाँ नाइंसाफी हो रही है
आप इन सब में उलझकर वक्त जाया न करें
अपना मन और वाणी खराब न करें
बस कर्म करते रहे
वक्त बदलता रहता है
सब वक्त पर छोड़ दे
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