तुममें भी एक छोटा बच्चा है
वह जिद करता है
वह ललचाता है
वह झगड़ता है
वह मनचाहा खाने को मचलता है
वह रूठता है
कुछ करने से पहले डरता है
माँ के आँचल में छुप जाना चाहता है
बिना कारण इधर-उधर करता है
चोट लगने पर माँ याद आती है
डरने पर बाप रे निकलता है
किसी के कटु बोलने पर ऑसू निकल आते हैं
अभी भी कोई मुझे गुडिया से संबोधन करें
अरे पगली है
नासमझ है
यह बोलकर अपनापन दिखाए
लाड करे ,दुलराए
अंदर से कोई आवाज आती है
अभी भी तो मुझमें एक छोटा बच्चा है
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