दिल्ली है दिलवालो की
महान भारत की राजधानी
राजनीति का केंद्र
दर्शनीय स्थल
आज दमघोंटू बन गई है
गैस चेंबर का रूप ले चुकी है
इसके लिए कौन जिम्मेदार ??
सरकार ,जनता या पडोसी राज्य
देखा जाए तो सब
कोई भी अपना पल्ला नहीं झाड सकता
कार के धुएं से लेकर फराली जलाने तक
यमुना जी भी प्रदूषित ही है
और यह हाल केवल दिल्ली का ही नहीं
कमोबेश भारत के हर शहर का
विकास कहाँ से होगा
जहाँ मरीज बढ रहे हो
बच्चे पाठशाला न जा पा रहे हो
लोग घर से बाहर न निकल पा रहे हो
खुली हवा में सांस न ले पा रहे हो
मुख पर मास्क पहन रखा हो
खांसी से परेशान
ऑखों में जलन से परेशान
इन सबका समाधान सबको मिलकर करना पडेगा
कब तक ऐसा चलेगा
हर वर्ष यही हाल
कोहरे का धुंधलका छाया
हवा प्रदूषित
जहाँ खुलकर सांस न लिया जा सके
वह दिलवाली कैसे हो सकती है
अपने ही शहर में डर
जाने से लोग कतराए
सब बडे लोग वही बैठे हैं
सत्ता पर काबिज है
हर साल वही हाल
इसका हल क्यों नहीं निकालते
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