नए वर्ष का आगाज
दस्तक दे रहा है
तैयारियां जोर शोर से
क्लब होटल रिसोर्ट सब सज रहें
फैमिली संग गए
आज छुट्टी थी सब सपरिवार जमा
टेबल पर बैठे ही थे
वेटर ने मेनू पेश किया
क्या क्या व्यंजन और उनकी कीमत
कुछ पसंद किए गए सबकी सहमति से
अचानक विचार कौंधा
हम जीवन के मेनू में देखे
अच्छा है जो उसे स्वीकार करें
जो स्वादिष्ट नहीं है
मन को खराब करता है
उन विचारों को अलविदा कह दे
कुछ अच्छी यादें और बातें बार बार दोहराए
उनके स्वाद से जीवन सुस्वादु बन जाएंगा
कडवाहट को कोई स्थान नहीं
सबको पसंद हो
जो रूचिकर हो
जिसका स्वाद मन पर लंबे समय तक रहें
जिस स्वाद ने मन खराब किया
उसे फिर न चखा जाय
कभी-कभी कुछ नया भी ट्राय कर लिया जाय
क्या पता वह मन को भा जाय
अपनी पसंद से जीवन के मेनू का चुनाव करना है
कार्ड हाथ में है
सोच विचार कर निर्णय करना है
कितना मंहगा ,कितना सस्ता
स्वास्थ्यवर्धक ,सुस्वादु
फिर फिर रिपिट करना या छोड़ देना
यह तो हमारे हाथ
तब नये साल के आगाज के साथ ही
चलो बनाए दोस्तों
जीवन का नया मेनू कार्ड
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