Wednesday, 18 December 2019

इतिहास गवाह है

जब तुम्हारी आवाज़ को दबाया जाय
जब तुमको अपनी बात रखने का अधिकार न मिले
जब तुम्हारी बात का मजाक उड़ा दिया जाय
जब तुम्हें नीचा दिखाया जाय
जब तुम्हारे साथ गुलामों जैसा बर्ताव हो
जब तुम्हारे अधिकारो का हनन हो
जब तुम्हें अपनी मर्जी अनुसार न चलने दिया जाए
जब तुम पर अपनी इच्छा थोपी जाए
तब तो वह प्रजातंत्र नहीं राजतंत्र है
यह घर परिवार में हो
या देश राज्य में हो
घातक है
कभी भी विस्फोट हो सकता है
विस्फोटक और विनाशक होने से पहले ही
संज्ञान ले लिया जाय
संभल जाया जाय
अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार
सभी को मौका मिले
अधिकार मिले
तब देश भी अच्छी तरह से चलेगा
घर परिवार भी
स्वतंत्रता का हनन कर कुछ हासिल नहीं हो सकता
इतिहास गवाह है

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