जान है तो जहान है
यह महामारी है
जानलेवा है
अपने साथ दूसरों की जान भी खतरे में डालना
यह इसका काम है
इसलिए तो सब कुछ छोड़ छाड
घर बैठो भैया
किसी के जान का दुश्मन मत बनो
खुद की रक्षा
दूसरों की रक्षा
सब हाथ तुम्हारे
आज संयम का पालन नहीं
तब न स्वयं को माफ करोगे
न आनेवाली पीढियाँ माफ कर पाएँगी
तब कोशिश करो
घर में बैठ जाओ
न बाहर निकलो
न जीवाणुओं के संपर्क में आओ
समाज के योगदान में अपनी भूमिका निभाओ
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