Tuesday, 14 April 2020

जरा सुधर जाओ

जो हाथ सुरक्षा के लिए
उसी हाथ को काट डाला
पुलिस को मारों
डाक्टर को मारों
जमकर धींगा मस्ती करो
कानून की धज्जियां उड़ाओ
खूब घूमो फिरो
हम किसी के बाप से क्यों डरे
यह पुलिस सरकार की गुलाम
हमारा क्या कर लेंगी
पता नहीं
कौन सा धर्म
कैसा धर्म
जो इन सब की इजाजत देता है
हैवानियत का तो कोई धर्म नहीं
अभी मजाक उड़ाओ
सोशल  डीशस्टिंग का
जो मना करें
उसे मारों
फिर मरने को तैयार रहो
यह करोना
न तुम्हारा रिश्तेदार
न पुलिस
छोड़ने वाली नहीं है
वह तो जकड़ने को आतुर
अब भी संभल जाओ
अपनी जान न सही
दूसरों की तो परवाह करों
घर में चुपचाप बैठ जाओ
जरा सुधर जाओ

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