किसी की मुस्कान पर मत जाओ
जिनसे जान पहचान है
उनका कभी-कभी हाल चाल भी पूछ लिया करो
उनके दिल के अंदर झांक कर देख लिया करो
उनकी ऑखों की नमी को महसूस कर लिया करो
पूछ लिया करो
तुम ठीक तो हो न भाई
कुछ परेशानी तो नहीं है
कुछ कहना चाहते हो
दिल खोलकर कहो
मुझे अपना ही समझो
पराया नहीं
केवल हंसी - खुशी के ही साथी नहीं हम
कभी गम भी बाँट लिया करो
क्या पता तुम्हारी
कौन सी बात उसके लिए मरहम का काम कर जाएं
तुम्हारे सामने अपना दिल खोलकर रख दे
वह सब बता दें
जो छुपाकर सीने में रखा है
उस पर बनावटी नकाब ओढ रखा है
किसी की मुस्कान पर मत जाओ
हर अपने की खैरियत पूछो
उसका हाल-चाल लो
उसके जीवन में क्या चल रहा है
इस पर नजर रखों
केवल खैरियत ही मत पूछो
उसकी हर बात को ध्यान से सुनो
समझने की समझाने की कोशिश करों
इतना तो कर ही सकते हो
अपनों के लिए
दोस्तों और यारों के लिए
कुछ वक्त तो निकाल ही सकते हो
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