20 - 20 का खेल शुरू है
आधा साल गया आधा बाकी है
अब तो समय है इंटरवल का
अब तक की जो पिक्चर है
वह जैसी भी चली हो
उसका अंत तो सुखद हो
आधे तक तो तकलीफ और परेशानी
आशा है अब धीरे-धीरे कम होती जाएंगी
फिर बाहर निकलेगे
पहले जैसे घूमेंगे
सब काम काज व्यवस्थित होगा
जीवन पटरी पर आ जाएंगा
सकारात्मक दृष्टिकोण
अंत भला तो सब भला
सबको इंतजार है
ट्वंटी ट्वंटी का खेल
समय रहा है खेल
यह भी गुजर जाएंगा
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