यह भी
वह भी
क्या करें फिर भी
दोनों में उलझा रहे
इस तरह तो जीवन बन जाएगा जंजाल
निर्णय तो करना है
एक को तो छोड़ना है
झूला नहीं है
जो बीच में झूलते रहे
बाद में पछताए
कहीं का नहीं रहा
धोबी का कुत्ता
न घर का न घाट का
मन बनाना है
चुनाव करना है
जो होगा सो देखा जाएंगा
गधा बनें या शेर
पर कुत्ते की गति तो नहीं
अपना अस्तित्व बचाना है
स्वयं को साबित करना होगा
तब तो यह और वह में से
किसी एक का चुनाव करना होगा
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