Tuesday, 3 November 2020

हमारी बिल्ली मणि

उसे पसंद है स्वयं में रमना
अंदर ही अंदर गुनगुनाना
वह मेकअप वगैरह तो करती नहीं
हाॅ मन की सुन्दरता संभालती
वह जरा सा बोलता है
स्वयं तो मिमियाती है
सामने वाले से अपेक्षा स्पष्ट बोले
उसके भी कुछ शौक है
उसे तितली की तरह उडान पसंद
नहीं पसंद कोई बंधन
इधर-उधर खिलंडणा करना
उपेक्षा की तो चिडचिड
गुस्से में लगती गुरगुराने
कभी एकटक देखती रहती ऑखों में
तो कभी अनदेखा करती
अपने ही खोल में लिपटी रहती
भटकती आवाज देती जब भूख सताती
रसोई में घुसते ही पीछे पीछे दौड़ी आती
सामान्यतः घंटों सोई रहती घोडे बेच
ऊबी तो घूम आती अगल बगल में
अत्यंत चालाक और उतनी ही समझदार है
हमारी बिल्ली मणि

अनुवाद

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