Tuesday, 15 December 2020

यह भी कोई जीना है

जिंदा रहने की परिभाषा
जब तक सांस चल रही तब तक
रूक गई यानि मर गई
यह तो हुई शरीर की बात

देखा जाए
तो कुछ लोग रोज मरते हैं
जिंदा लाश होते हैं
कुछ अपना जमीर बेचकर
कुछ अपना आत्मसम्मान बेचकर
मरता तो है

मरता न क्या करता
परिस्थितियों का दास
लालच का गुलाम
पेट की आग
परिवार की देखभाल
ऊंचे उडान की चाह

बहुत कुछ कर जाता है
जिंदा रहने के लिए
असल में वह जिंदा रहता है क्या ??
शायद नहीं ।
बहुतेरे मिल जाएंगे
जिंदा लाश
सब कुछ मर चुका
बस सांस आनी जानी है
तब तो यह जीना हुआ क्या ???

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