आज भी वह मिठास कायम है
जुबां पर उसकी चाशनी का
मीठा भले छूट गया
पर निशां अभी बाकी है
वह दीवाली पर गुझिया
वह कप वाली आइसक्रीम
वह पारले जी बिस्किट
वह आंरेज टाॅफी
वह गोलावाले का गोला
वह भगवान को चढाया लड्डू
हमेशा खाने में सबसे आगे
मुख खराब हो
कपडे खराब हो
रस गिर - गिर कर चुआ हो
वह कपडे की चिचचिपाहट
आज भी लगती आसपास है
बचपन छूट गया बचपना कायम है
मीठा छूट गया मिठास कायम है
No comments:
Post a Comment