Thursday, 1 July 2021

बस धैर्य बनाए रखना

जीवन में धैर्य बनाए रखना
जब बीच मंझधार में फंस जाएं नैया
तब भी यह आस रखना
किनारा तो मिल ही जाएंगा

जब अंधड- तूफानों  का जोर हो
जब जोरो की बरसात हो
जब बिजली कडके कड- कड
छाए घनघोर अंधेरा
तब भी मन के दीप जलाएं रखना
यह तूफान भी जाएंगे
बादल भी छट जाएंगे
फिर से सूरज निकलेगा

जब भी विपत्ति आए
विपरीत परिस्थिति छाए
कुछ न सूझता हो
न कोई राह दिखता हो
तब भी यह विश्वास रखना
स्थायी यहाँ कुछ भी नहीं
यह दिन भी बीतेगे
विपदा भी भागेगी

जब छा जाएं दुख के बादल
उसमें भी सुख की किरण ढूंढ लेना
आशा रखना
विश्वास रखना
धैर्य न खोना
हर रात की सुबह जरूर होती है
हर अंधकार का प्रकाश भी अवश्यभांवी है
बस धैर्य बनाए रखना।

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