हर आदमी की सफलता के पीछे औरत का हाथ
यह तो बात सुनती आई है
आज विवेचना कर डाली
पत्नी का साथ तो
महाभारत हुआ
रामायण हुआ
राजा दशरथ मरे
राम भी परेशान
पांडव भी परेशान
पत्नी का बदला लेना था
इसलिए युद्ध भी करना था
कैकयी , द्रौपदी, सीता
अब देखे पत्नी को छोड़ने वाले
इस कडी में सबसे पहले गोस्वामी तुलसीदास
रत्नावली ने जो धिक्कारा कि सीधे गंगा घाट पर ही शरण ली
अस्थि - चर्ममय देहमम ऐसी प्रीति
तैसी तो श्रीराम में होत न ऐसी भवभूति
रामचरित मानस की रचना कर डाली
उसके बाद कपिलवस्तु के राजकुमार सिद्धार्थ
पत्नी को छोड़ कर भागे आधी रात को
डर था बता देते तो जा ही न पाते
बोधि ज्ञान की प्राप्ति की
सिद्धार्थ से भगवान बुद्ध हो गए
आज सारे संसार में पूजें जाते हैं
उसके बाद चले
आज के युग में
हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी
पत्नी से अलग हुए
हिमालय की कंदराओं से शुरू आज दुनिया जहान की सैर कर रहे हैं
भारत के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर आसीन
अब इसे क्या कहा जाये
संयोग या फिर और कुछ ???
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