ब्लैक और व्हाइट का युग देखा है
कलर टेलीविजन तो आज देख ही रहे हैं
बहुत कुछ बदला है
वैसे न लोग रहें
न वह मानसिकता रही
न वह वक्त रहा
वक्त ने बहुत कुछ दिखाया हि
बहुत कुछ सिखाया है
रामायण और महाभारत का दौर भी देखा है
आपकी अदालत और कौन बनेगा करोड़पति भी
इंडियन ऑयडियल और डांस - कॉमेडी भी
न्यूज चैनल का मिजाज भी देखा है
कहाँ से शुरू कहाँ से खतम
अब टेलीविजन आवश्यकता बन गई है
बिना उसके अब रह नहीं सकते
मोबाइल तो है ही
वह भी कुछ मनोरंजन को बाँट रहा है
फिर भी टेलीविजन तो टेलीविजन ही है
उसकी तो एक स्पेशल जगह है
हर वर्ग के लोगों की पसंद
बच्चों और बूढो को अपने साथ जोड़ने वाला
यह केवल इडियट बाॅक्स नहीं है
हमारे मनोरंजन का साथी
अकेले पन का साथी
यही वह है टेलीविजन
No comments:
Post a Comment