Wednesday, 29 May 2024

ये फूल

ये फूलों की गलियाँ 
बुला रही है 
बड़ी शिद्दत से
जरा एक नजर मुझ पर भी डालो
मेरे रूप का आनंद ले लो
खुशबू को सूंघ महक से सराबोर हो जाओ
मैं तो खिली हूँ कब से
राह तकती जा रही 
कोई आए 
पास बैठ सुस्ताएं 
मुझसे दो घड़ी बतियाएं 
बस मुझे तोड़े न 
छोटी सी जिंदगी जीने दे 
मैं खुशी देता हूँ सबको
सबसे यही तो आरजू 
मुझे भी जी भर खिलने दे 

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