Monday, 3 June 2024

ईश्वर नहीं है कोई

गलती किया है गुनाह नहीं 
लोग तो ऐसे खंजर लिए खड़े 
जैसे उन्होंने कभी कुछ गलती की ही नहीं 
गलती ही तो हमें सिखाती है
अब वापस दोबारा नहीं होगी 
तब तक एक नई गलती हो जाती है
यह तो मानव स्वभाव है
गलती करो उसको सुधारों
जान - बूझ कर गलत नहीं करना है 
किसी को धोखा नहीं देना है 
गलती का परिणाम भी तो हमको ही भुगतना पड़ता है 
अपने को भी माफ कर देना है
आगे बढ़ते रहना है
इतनी लंबी जिंदगी 
हम कमजोर मन के वशीभूत जीव 
स्वाभाविक है 
कोई यहाँ परिपूर्ण नहीं 
ईश्वर थोड़ा ही है कोई 

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