हर मंजिल आसान हो
हर राह समतल हो
हर व्यक्ति सरल हो
हर जीवन संघर्ष रहित हो
ऐसा होना बिरला है
डगर डग - डग करती जाती
नैया डोलती रहती
फिर भी चलता रहता
रुकता नहीं यहाँ कुछ
कोई किनारे पर पहुंच जाता
कोई भंवर में फंस जाता
हाथ- पैर तो सब मारते
बस वह जारी रहें
हल तो आ ही जाएंगा
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