रसोई घर की शान है प्याज
प्याज के बिना भोजन अधूरा
शाकाहारी हो या मॉसाहारी
हर थाली की जरूरत है प्याज
छौंक लागाना हो या सलाद
पिज्जा हो या सेंडविच
सब्जी हो या चिकन
बिना प्याज के स्वादहीन
कभी प्याज के भाव आसमान पर
कभी निम्न से निम्नस्तर पर
आखिर क्यों?????
कभी यह जनता को रूलाता है तो कभी किसान को
सत्ता को पलट देने की ताकत है इसमें
सत्ता को इसने पलटा भी है
राजनेताओं को भी रूलाया है इसने
क्या इसका स्वभाव ही रूलाना है.
आज किसान रो रहा है
कभी पचास रूपये तक बिकने वाला
आज पॉच रूपये से भी कम में बेचने को मजबूर है किसान
नहीं बेचेगा तो सड जाएगा.
क्यों नहीं एक दाम तय कर दिया जाय
सरकार को भी सोचना चाहिए
कब तक यह प्याज ऑखमिचौली करता रहेगा
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Saturday, 23 April 2016
कब तक रूलाता रहेगा यह प्याज
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