नुसरत जहां का हिंदू अवतार
खटक क्यों रहा है
अगर सिंदूर लगा लिया
पूजा कर लिया
तब क्या बिगड़ गया
हिंदू भी तो जाते हैं दरगाह में
चादर चढाते है
मन्नते मांगते हैं
यह तो श्रद्धा की बात है
किसी का धर्म परिवर्तन नहीं हो जाता
धर्म को इतना संकुचित न बनाया जाए
ईश्वर - अल्ला सबसे ऊपर है
कपडे या सौंदर्य से उनका कोई वास्ता नहीं
इबादत मन से होती है
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Friday, 5 July 2019
नुसरत जहां
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