Monday, 13 June 2016

मन खुश तो सब खुश

आज हर कली मुस्करा रही है
हर पेड झूम रहा है
बयार हौले- हौले चल रही है
आसमानी बादल अपनी छटा बिखेर रहे हैं
पृथ्वी का कण- कण चहक रहा है
नदी ,समुद्र ,पर्वत सब सुंदर लग रहे हैं
प्रकाश अपनी उज्जवलता परोस रहा है
सब कुछ अच्छा लग रहा है
मेरा मन चहक रहा है
रोम- रोम गा रहा है
हँसी पर हँसी आ रही है
पुरानी यादे मन को पुलकित कर रही है
हर बात और हर व्यक्ति भला लग रहा है
क्योंकि मैं खुश हूँ
अगर हम खुश तो सारी दुनियॉ खुश
हम दुखी तो कुछ नहीं भाता
मतलब यह नहीं कि हमें दूसरे की खुशी से जलन है
हमें अपने दुख पर दुख है
उसकी खुशी हमारी तो नहीं हो सकती
अगर हमारा जीवन सुहावना है तो सब कुछ सुहावना
अन्यथा दूसरो के खुशी में खुश होना दिखावा

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