Wednesday, 24 August 2016

त्योहार ,त्याेहार बने - तमाशा नहीं

श्री कृष्ण जन्मोत्सव , जन- जन उल्लासित
ईश्वर पधारे है इस दिन धरती पर
झॉकी सजायी जाएगी
हार- फूलों का अंबार लगाया जाएगा
झूला ,झुलाया जायेगा
दूध- दही और शहद से स्नान कराया जाएगा
अहोभाग्य है मिला दर्शन नन्द लाला का
गोविन्दाओं की टोली भी निकलेगी
नाचते- गाते ,हुडदंग मचाते
पानी ,अबीर ,गुलाल उडाते
दही हंडी बांधी जाएगी ऊँचाई पर.
मटकी तोडने की होड लगेगी
स्पर्धा जीतने पर इनाम भी
बढ- चढकर बोली
नेता से लेकर बच्चा हर कोई शामिल
खुशी के माहौल में सब खुश
पर एक सच यह भी ंंंंं
कोई घायल होगा ,किसी के सर फूटेगे
किसी के हाथ- पैर टूटेगे
कोई जिंदगी भर के लिए अपाहिज
इसका जिम्मेदार कौन ?
हर यशोदा का लाल सलामत रहे
हर जन्मोत्सव शान से मने
किसी की जिंदगी विरान न हो
खुशी का माहौल गम में तबदील न हो
त्योहार ,त्योहार बना रहे ,तमाशा नहीं
और जानलेवा तो कदापि नहीं

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