Friday, 18 November 2016

बच्चों की छुट्टियॉ

हो गई छुट्टियॉ बच्चों की
बच्चों की क्यों ,बच्चों के माता- पिता की भी
रोज की भागमदौड
सुबह - सुबह उठना
नाश्ता - खाने का डब्बा तैयार करना
भागते- भागते लेने जाना और छोडने जाना
शाम होते ही दूसरे दिन की तैयारी
गृहकार्य करवाना ,प्रोजक्ट तैयार करवाना
कपडे इस्त्री करना ,जूते पॉलिश करना
और न जाने कितने कार्य
सारा दिन इसी में तमाम
फुर्सत से बैठना और उठना नहीं
छुट्टी है तो आराम है
थोडा अलसाकर उठना
आराम से काम करना
कोई भागमदौड नहीं
पर यह तो करना ही पडेगा
तभी तो बच्चों की जिंदगी सरपट दौडेगी
अगर माता- पिता आराम से बैठे
तो एक पूरी पीढी आराम से बैठ जाएगी

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