कर -नाटक यानि कर्नाटक
यह तो होना ही था
साम ,दाम ,दंड ,भेद
किसी भी तरह सत्ता पर काबिज होना
राज्य पाल ने भाजपा को न्योता दिया
समय भी दिया पन्द्रह दिन का
अब खरिद फरोख्त होगी
सब अपना बहुमत सिद्ध करने की कोशिश मे
नेता खरिदे जाएंगे
करोड़ों के भाव मे
पार्टी की निष्ठा जाय भाड़ मे
लालच दिया जाएगा
कितना भी बंद करो
कही भी भेजो
विभीषण तो लंका ढाएगे ही
गोवा केलिए अलग नियम
कर्नाटक के लिए अलग
लोकतंत्र है भाई
कुछ भी करेंगे
पर सत्ता तो हासिल करेंगे
जो इस जोड़तोड़ मे जीता
वही सत्ता का सिंकदर
अब देखना यह है कि कांग्रेस और उसकी.सहयोगी
अपने लोगों को रोक सकते हैं
या फिर देखते रह जाएंगे
और सत्ता से मरहूम रह जाएंगे
गोवा की तरह
नाटक की तैयारी हो चुकी
बस पन्द्रह दिन बाद देखने को मिलेगा
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