Sunday, 3 June 2018

दूध बह रहा

कभी दूध की नदियां बहती थी देश मे
गाय को माता कहा जाता है
भैस,बकरी ,ऊँटनी का दूध
अपनी -अपनी सामर्थ्य अनुसार
माखनचोर भी हमारे भगवान
दूध -दही के साथ ही नजर आते
गोपियाँ छछिया भर छाछ पर नचाती
दूध  यानि गोरस.का अपमान नहीं करना
बरतन और कटोरी भी खंगाल कर पीना
दूध का पानी भी नाली मे नहीं बहाना
फिर आज कौन सी मजबूरी
जो दूध सड़क पर बहाना पड़ रहा है
यह अपमान सभी का है
भारतीयों का अपमान है
दूध बहाने से समस्या का हल तो नहीं

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