विघ्नहर्ता ,विघ्नविनाशक का आगमन
हर तरफ जल्लोष
बप्पा पधारे हैं
उनके स्वागत मे कोई कमी न रह जाय
भक्ति मे भक्त सराबोर
पर इसकी भी मर्यादा होनी चाहिए
शराब पीकर और धमालचौकडी
यह तो उचित नहीं
भीड़ इकट्ठा करना
उच्छृंखल हो नृत्य
चुहलबाजी ,होहल्ला
लडकियों की छेड़छाड़
यह किस तरह की भक्ति
ऐसे कर अपने ही धर्म को लजा रहे है
हर चीज की एक सीमा होती है
मर्यादा को भंग कर
हम अपमान कर रहे हैं अपनी आस्था का
पूजा पहले भी होती थी
अब उसका स्वरूप बदला है
दिखावा और पैसे का अपव्यय
इससे भगवान प्रसन्न नहीं होगें
सच्ची श्रद्धा और भक्ति से प्राप्त होगे
बीमार, बूढे और सामान्य नागरिक का ध्यान रखें
उन्हें तकलीफ मे मत डालें
तभी बप्पा भी खुश होगे
उनके भक्तों को तकलीफ नहीं होने दें
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