शरीर का अपना धर्म
हमारा अपना कर्म
शरीर पर बीमारी पर वश तो नहीं
वह तो दबे पैर आती है
अपनी जकडन मे जकड़ लेती है
व्यक्ति कुछ नहीं कर पाता
वह असहाय हो जाता है
पर मनोहर परिकर की तारीफ करनी होगी
ऐसे समय मे भी उस कर्मयोगी की जीवटता को सलाम करना होगा
ऐसे हालात में भी गोवा का बजट पेश करना
काबिलेतारीफ है
ईश्वर जल्दी ही उन्हें स्वस्थ करें
सभी देशवासियों की शुभकामना उनके साथ
पार्टी कोई भी हो
यह फर्क नहीं पडता
परिकर जैसे नेता की देश को जरूरत है
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