मैं ईश्वर से नाराज हूँ
क्यों ??
यह भी एक प्रश्नचिन्ह
कहीं कोई कमी रह गई है
उसके देने मे
ऐसा महसूस होता है
पर उस पर संदेह करनेवाले हम कौन
वह हमारे अनुसार तो नहीं चलेगा
हमें क्या चाहिए
वह तो हमें ही नहीं पता
हर क्षण हमारा मन बदलता है
हम स्वयं दुविधा मे रहते हैं
विधाता की कृपा तो अपरम्पार है
वह हमारा अच्छा - बुरा सब जानता है
वह अपनी संतानों से प्यार करता है
उस पर शक मत कीजिए
उससे नाराज मत होइए
सभी उसकी दृष्टि में समान
बस आप विश्वास रखिये
ईश्वर जो करेगा
वह अच्छा ही करेगा
वह हरदम ,हर पल हमारे साथ है
उसके दरबार मे सब बराबर
बस सब उस पर छोड़
निश्चिंत हो जाइए
जग के पालन हार की कृपा बरसती रहेगी
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