बच्चे खेल रहे हैं
घुसरगंडी पर
सरक कर आते हैं
फिर दौड़ कर सीढियां चढ़ सरकते हैं
ऐसे ही तो हमारे साथ भी
हम नीचे आ जाते हैं
पर फिर चढ़ाई चढ़ते हैं
यह न जाने कितनी बार हमारे साथ होता है
हम हार नहीं मानते हैं
यह खेल खेलते रहते हैं
नीचे घसरते हैं
फिर चढ़ाई चढ़ते हैं
कभी जाने
कभी अंजाने
बिना अंजाम की परवाह किए
ऊपर पहुंचे तो
वाह वाह
नीचे आए
फिर वही कोशिश
यह खेल है बडा दिलचस्प
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