Sunday, 3 March 2019

अभिवादन हर शख्स का

जिंदगी अपने हिसाब से जीना चाहिए
जीते भी हैं
इस जीने मे न जाने कितने पड़ाव
हर पल कुछ नया सिखाती है
नित नये अनुभव
नये विचार
नयी राह
हर राह पर से गुजरना चाहते हैं
नये नये राही भी मिलते हैं
कुछ साथ चलते हैं
कुछ आगे निकल जाते हैं
कुछ धक्का देकर गिरा देते हैं
कुछ पीछे धकेल देते हैं
कुछ रास्ता बना देते हैं
कुछ ऊपर उठा देते हैं
कुछ अपना बना लेते हैं
जबकि देखा जाय तो यहाँ अपना - पराया कोई नहीं
यह वह हमसफर है
जो जिंदगी को जीना सिखा जाते हैं
सबकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है
सबका योगदान बहूमूल्य
वह कोई कसर नहीं छोड़ते
बखूबी अपना रोल निभाते हैं
तब जाकर हमारी जिंदगी बनती है
इसलिए वह हमारा आलोचक हो
हमारा प्रशंसक हो
हमारा मददगार हो
हमारा शत्रु हो
हमारा मित्र हो
सबको सलाम
सभी के एहसान है हम पर
जिंदगी जीया तो हमने
जीना सिखाया इन्होंने
एक अनगढ़ को रूप दिया
हर परिस्थिति का सामना करना आया इन्हीं की बदौलत
अभिवादन हर शख्स का

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