रंग किसे अच्छे नहीं लगते
जीवन ही रंगभरा है
विविध रंग है
सबकी अपनी अपनी खासियत
एक -दूसरे के साथ मिलकर और निखर उठते हैं
अलग अलग कांबिनेशन
लगते भी हैं लाजवाब
अकेले भी
सबके साथ भी
उत्साह और खुशी देते रंग
शांति का प्रतीक रंग
उदासी और गमी का भी इजहार करते रंग
मनुष्य की दुनिया ही रंगों मे समाई
फूलों का रंग
फलों का रंग
पत्तों का रंग
नीला आसमान
नारंगी सूर्य
सफेद चांदनी
काला अंधकार
भूरी धरती
इन सबसे मिलकर बना यह नायाब संसार
जहाँ हम रहते हैं
रंगबिरंगी हमारी दुनिया
यह बदरंग न हो
हम मानवता का
दया और करुणा का रंग बिखेरते रहे
हर वर्ष सारे मतभेद भूलकर
रंगों मे सराबोर होते रहे
द्वेष और ईर्ष्या को दूर करे
हर किसी से प्यार से गले मिले
क्रोध और बदले को त्याग कर
एक -दूसरे को प्यार और आदर से रंग लगाते रहे
झूमते रहे
नाचते -गाते रहे
और कहते रहे
बुरा न मानो
होली है
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