गर्मी आ गई
तेज धूप छा गई
उसी के साथ ही सब्जियों भी हो गई कीमती
मंहगाई की मार झेलती गृहिणी
शीत के साथ ही शीतलता भी गायब
बाजार गर्म
सब्जी का भाव भी गर्म
वातावरण भी गर्म
एक तरफ चुनाव की सरगर्मी
एक तरफ सब्जी का बाजार गर्म
देखे कब शांत होता है
जनसामान्य की चिंता खत्म होती है
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