हम क्या है
हमारा असतित्व क्या है
ईश्वर की शक्ति से हम अंजान तो नहीं
पानी के बुलबुले है हम
क्षण भर मे खत्म
वह रहता नहीं
कब उठता है
कब खत्म होता है
इस संसार सागर के जल मे
हम कब समाप्त हो जाय
हमारे हाथ मे कुछ नहीं
बस शरण है उस शक्ति मान की
हम तो जीव है
जीवन उसके हाथ मे
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