हम अच्छे बनने की कोशिश में स्वयं को भूल गए
दूसरों की नजरों में अच्छा बनते रहे
दूसरों का ख्याल रखते रहे
इस कोशिश में जीना भूल गए
एहसास हुआ मेरे एहसासों की कोई कद्र नहीं
हम यू ही फिक्रमंद होते रहे
कुछ हासिल तो हुआ नहीं
हम अपनी जिंदगी पीछे छोड़ दिए
सब चल दिए अपनी राह पर
हमें नजरअंदाज कर
हम उनकी नजरों में ऊंचा बनने की कोशिश में व्यस्त रहे
उन्हें हमारी परवाह नहीं
हम उनकी परवाह करते रहे
उनकी परेशानी दूर करने में स्वयं परेशान होते रहे
वे तो आगे बढ गए
हम पीछे ही रह गए
जहाँ खडे थे वही खडा रह गए
लोगों को जाते देख ताकते रहे
यह सब करते करते जीना भूल गए
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