अपने जीवन की कहानी स्वयं ही लिखनी है
किसी दूसरे से नहीं
अपने पेन को अपने हाथों में ही रखना है
सोचना है समझना है
शब्दों में तालमेल बिठाना है
अच्छी शब्दावली का इस्तेमाल करना है
विचार हमारे है
किसी और का नहीं
हम कठपुतली नहीं है
डोर पर कोई नचाए
यह कहानी साधारण नहीं है
असाधारण है
जीवन समाया हुआ है
पूरा जीवन दर्शन है
वह शानदार हो
दूसरे के लिए भी मिसाल हो
कलम भी हमारी हो
जब जीवन हमारा है
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