आज बजट का दिन है
भारत का भविष्य निर्मला सीतारामण के पिटारे में कैद है
सबकी अपेक्षा
सबके सपने
पूर्ण बहुमत की सरकार
देखे क्या बहुत कुछ मिलता है
नौकरीपेशा
बिजनेस क्लास
मध्यम वर्ग
गरीब ,मजदूर ,किसान
इन सबसे ऊपर गृहणी
उसको अपनी गृहस्थी चलाना है
आम आदमी की आशा
पूरा होता है या नहीं
रोजगार
विकास
इन सबसे जुडा हो यह
सबकी अपेक्षा पर खरा उतरे
यही उम्मीदे है बजट से
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