जब कुछ समझ न आए
जब कोई बात न बन पाए
जब मन घबराएं
जब कोई राह न सूझे
जब चिंता घेर ले
जब भविष्य अंधकारमय लगने लगे
जब रातों की नींद गायब होने लगे
जब अपने भी साथ छोड़ने लगे
जब सब कुछ हारं जाय
जब सारे रास्ते बंद हो जाय
तब एक ही आशा की किरण बचती है
वह है उस ईश्वर की कृपा
सब छोड़ दे उस पर
निश्चित हो जाय
वह सब ठीक कर देगा
विश्ववास रखे
जब कोई रास्ता नहीं तब ईश्वर ही तो एकमात्र सहारा
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