Thursday, 4 July 2019

बीती ताहि बिसार दे

जीवन नये सिरे से जीना होगा
पुराने सारे गिले शिकवे दूर करना होगा
जब तक पुराना सिरा पकडे रहेंगे
उसी में अटके रहेंगे
रह रह कर गोते लगाएँगे
जिंदगी को कमजोर बनाएंगे

सिरे को छोड़ें
नए को स्वीकारे
सब कुछ भूलें
क्या हुआ
क्या नहीं हुआ
किसने क्या कहा
ऐसा क्यों हुआ

छोड़िए जो हुआ सो हुआ
सही भी है
बीती ताहि बिसार दे
      अब आगे की सुधि ले

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