दुनिया के मेले में
जिसने जीना सिखाया
चलना सिखाया
शब्दों से खेलना सिखाया
उतार - चढ़ाव का सामना करना सिखाया
गिरने पर उठना सिखाया
जीवन का अंकगणित समझाया
रोने पर हंसना सिखाया
संघर्षों से सामना करना सिखाया
इस मेले में अपनी पहचान बनाना सिखाया
पल पल पर खतरों का सामना करना सिखाया
सही और गलत का भेद समझाया
इस चक्रव्यूह से जूझना और भेदना सिखाया
इस मेले में गुम न होने दिया
अपने हर उस गुरु को नमन
दुनिया के लिए आप शिक्षक है
पर हमारे लिए तो आप महानायक है
जो इस दुनिया के रंगमंच पर सफल अभिनय का भागीदार
आए थे तब अंजान थे
आज अनुभव से भरे हैं
उस अनुभव में बहुत से लोग समाए है
जीवन की दिशा और दशा
जिनके कारण रंग लाई
हर उस गुरु को नमन
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