बेटी है तो संसार है
बेटी से ही तो परिवार है
बेटी हमारी शान
बेटी हमारा अभिमान
बेटी है सौभाग्यलक्ष्मी
उसकी उपस्थिति से बढ जाती रौनक
रोशनी है घर की
इसके बिना तो घर भी लगता सूना
इसकी बातों से गूंजता मेरा मन
जब जब यह चहकती
मेरे चेहरे पर मुस्कान खिल जाती
बेटी जिम्मेदारी नहीं
वह तो जिम्मेदार है
सबका ख्याल रखना
उसकी आदत में शुमार
वह बोझ नहीं जीवन का मोल है
है अनमोल गहना
नहीं लगा सकता उसका कोई दाम
बेशकीमती हीरा है
जिसकी चमक से हमारा जीवन भी दमकता
जीवन को आनंद से भरनेवाली बेटी
हमारे जीवन पर है तुम्हारी मेहरबानी
मेरे घर आई खुशियाँ लेकर
यह तोहफा तो सबसे खास
बेटी मेरी तुमको तो तहे दिल से धन्यवाद
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