तुम हाथ पकड़े रहना मेरा
मेरी कठिन राहों को आसान बनाते रहना
मुश्किल घडी का सामना करने की शक्ति देना
जब कोई नहीं हो मेरे साथ
तब भी तुम मेरे साथ ही रहना
सुख में दुख में
तुम्हारे सिवा कोई नहीं सहारा
गिरने लगूं संभाल ही लेना
विपत्ति के बादल जब मंडराए
तुम आशा की किरण दिखाना
क्या सही और क्या गलत
यह तो मुझे नहीं मालूम
पर तुझ पर है विश्वास
जगत का पालनहार
तेरी कृपा अपरम्पार
हम तो है नादान
समझ नहीं पाते
बस भंवर में गोते लगाते हैं
छटपटाते है
किनारे पर आने के लिए
यह बिना समझे
हम तो शून्य है
हमारा अस्तित्व तो तुमसे है
घमंड करते हैं
इतराते है
किसी को तुच्छ समझते हैं
यह जाने बिना
कि हमारा अंजाम क्या होगा
हम अंजान है इस बात से
बेखबर है
पर तू तो सर्वव्यापी
सब तुझ पर
बस अपनी कृपादृष्टि बनाए रखना
मुझ पर और मेरे परिवार पर
जब सब साथ छोड़ दे
तब भी तुम मेरा हाथ पकड़े रहना
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